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NCERT Solutions for Class 11 Hindi (Antra) Chapter-1 idgah Questions and Answers
ईदगाह
– लेखक (प्रेमचंद )
प्रश्न – अभ्यास
पृष्ठ-संख्या
– 20
Question: 1 ‘ईदगाह’ कहानी के उन प्रसंगों का उल्लेख कीजिए जिनसे ईद के अवसर पर ग्रामीण परिवेश का उल्लास प्रकट होता है।
Answer :
कहानी के प्रसंगों का उल्लेख इस प्रकार है :–
ईद रमजान के पूरे 30 रोजों के बाद आई है। हर तरफ हरियाली ही हरियाली है , खेतों में कुछ अजीब रौनक है। सभी अपना-अपना काम जैसे-तैसे कर रहे हैं। सभी में उल्लास भरा हैं। सभी लोग अपने कामों में व्यस्त होते हुए भी बहुत खुश हैं। सभी के घरों में सेवैयाँ तथा अन्य पकवान बनाने की तैयारियां चल रही है। सभी लोग नमाज पढ़ते हैं।
Question:2 ‘उसके अंदर प्रकाश है , बाहर आशा। विपत्ति अपना सारा दलबल लेकर आए , हामिद की आनंद भरी चितवन उसका विध्वंस कर देगी।’ इस कथन से लेखक का क्या आशय है?
Answer :
हामिद अभी छोटा है , उसे सुख-दुख का पता नहीं है। उसके अंदर आत्मा में खुशी और बाहर आशा की किरण जग-मगा रही है। हामिद कहीं दुखी ना हो जाए इसीलिए उसकी दादी अमीना कह रही है कि किसने बुलाया था इस निगोड़ी ईद को? इसी प्रकार यदि मनुष्य को सफलता की आशा हो तो वह विपरीत परिस्थितियों में भी आगे बढ़ने का प्रयास करता है।
Question: 3 ‘उन्हें क्या खबर की चौधरी आज आंखें बदल ले , तो यह सारी ईद मुहर्रम हो जाए’। – इस कथन का आशय स्पष्ट कीजिए।
Answer :
बच्चे नादान होते हैं उन्हें पता नहीं होता कि घर में क्या परेशानियां चल रही है। जहां काम करते हैं अगर वह चौधरी पैसे देने से मना कर देता, तो उनकी सारी ईद मुहर्रम में बदल जाती। इसके कहने का आशय यह है कि चौधरी पैसे देने से मना कर देता तो इसकी सारी खुशियां मुहर्रम जैसे मातम में बदल जाती। ईद का सारा त्यौहार खुशी के जगह दुख में भर जाता।
Question: 4 ‘ मानों भ्रातृत्व का एक सूत्र इन समस्त आत्माओं को एक लड़ी में पिरोए हुए हैं।’ इस कथन के संदर्भ में स्पष्ट कीजिए कि ‘धर्म तोड़ता नहीं जोड़ता है।’
Answer :
सभी गांव वाले ईद के त्यौहार पर नमाज पढ़ने गए थे। सभी लोग बहुत प्रसन्न थे, ईद का त्यौहार होने के कारण वहां पर बहुत सारी व्यवस्थाएं की गई थी, सभी लोग वहां पर अपना नमाज अदा कर रहे थे। लाखों लोग एकत्रित हो गए, सभी को एक साथ देख कर ऐसा लग रहा था, जैसे कि मानों भ्रातृत्व का एक सूत्र इन समस्त आत्मा को एक लड़ी में पिरोए हुए हैं। अर्थात यह कथन बिल्कुल सही है कि ‘धर्म तोड़ता नहीं जोड़ता है।’
Question: 5 निम्नलिखित गद्यांशों की सप्रसंग व्याख्या कीजिए –
(क) कई बार यही क्रिया होती है ……… आत्माओं को एक लड़ी में पिरोए हुए हैं।
Answer : (क)
व्याख्या – प्रस्तुत पंक्तियों का आशय यह है कि लेखक कहते है कि , सिजदे कि यह क्रिया बार-बार दोहराई जाती है। ईद के समय सभी लोगों का साथ-साथ उठना , झुकना , बैठना , आदि सभी क्रियाएं एकदम वैसी ही हो रही है जैसे बिजली के लाखों बल्ब एक साथ जल उठे और एक साथ ही बुझ जाए। यह क्रम बार-बार चलता रहता है। यह दृश्य देखने में एकदम अनोखा लग रहा था। उस समय सभी लोग एक जैसे सामूहिक क्रिया कर रहे थे। उनका विस्तार और अनंत होने का भाव उनके हृदय को श्रद्धा ‚ गर्व और अंदर से आनंद परिपूर्ण कर रहा था। सभी लोगों को एक अवस्था में और सब को एक समान देखकर ऐसा लग रहा था मानो भाईचारे के एक ही सूत्र में यह सारी आत्मा लड़ी के रूप में पिरो दी गई थी।
प्रस्तुत पंक्ति का भाव यह है , की नमाज के समय नमाज को अदा करने के लिए सभी लोग जाते हैं। चाहे वह अमीर हो , चाहे वह गरीब हो , चाहे वह छोटे हो , या बड़े हो ,आदि के भेद-भाव के बिना सारे लोग एक ही पद्धति से साथ-साथ सामान क्रियाएं कर रहे थे। उस समय सभी के मन में भाईचारे का भाव प्रकट हो रहा था। सबके मन में श्रद्धा , गर्व और आत्मा में आनंद भरा हुआ था। इन सभी के भाव को देखकर ऐसा लग रहा था कि , समस्त आत्माएं एक ही लड़ी में पिरोई हुई है।
विशेष:
1. इसमें नमाज के समय समानता और भाईचारे का भाव प्रकट हो रहा है।
2. भाषा सहज, सरस एवं प्रवाह मई है।
3. तत्सम शब्दों का सुंदर प्रयोग हुआ है।
(ख) बुढ़िया का क्रोध ………. स्वाद से भरा हुआ।
Answer : (ख)
हामिद के मेले से चिमटा लाने के कारण हामिद की दादी, हामिद पर गुस्सा प्रकट करने लगती है, जब हामिद अपनी दादी को उसके हाथ जलने के बारे में बताता है तो शीघ्र ही उसकी दादी अमीना उससे स्नेह प्रदर्शित करने लग जाती है। अमीना के उस भाव को प्रकट नहीं किया जा सकता, जिस तरीके से उसने दिखाया है। अमीना के उस भाव में रस, मोन स्नेह, दृढ़ता, आदि इच्छाएं से भरा हुआ था।
विशेष:
1. इस पंक्ति में हामिद की दादी अमीना का स्नेह भाव प्रकट हुआ है।
वर्णन:
1. तत्सम शब्द का प्रयोग हुआ है, और वर्णन में चित्रात्मक है।
Question: 6 हामिद ने चिमटे की उपयोगिता को सिद्ध करते हुए क्या-क्या तर्क दिए?
Answer :
हामिद ने चिमटा की उपयोगिता को सिद्ध करते हुए निम्नलिखित तर्क दिए , यह तर्क इस प्रकार हैं :–
1. मेरा चिमटा किसी बहादुर शेर से कम नहीं।
2. मेरा चिमटा खिलौनों से कम नहीं , कंधे पर रख लो तो बंदूक हो जाएगी , और हाथ में ले लूं तो फकीरों का चिमटा हो जाएगा , चाहूं तो इससे मंजीरे का काम भी ले सकता हू।
3. मेरा चिमटा मोहसिन के भिश्ती की सारी पसलियां चूर-चूर कर सकता है।
4. मेरे बहादुर चिमटे को आग में ,पानी में , आंधी में , तूफान में ,कहीं भी फेंको बराबर उठ खड़ा होगा।
5. मेरा चिंता तुम लोगों के सारे खिलौनों की जान निकाल सकता है। तुम सभी लोगों का खिलौना जमीन पर गिरते ही टूट जाएगा , लेकिन मेरा खिलौना नहीं।
पृष्ठ संख्या
– 21
Question: 7 गांव से शहर जाने वाले रास्ते के मध्य पड़ने वाले स्थलों का ऐसा वर्णन लेखक ने किया है मानो आंखों के सामने चित्र उपस्थित हो रहा हो। अपने घर और विद्यालय के मध्य पड़ने वाले स्थानों का अपने शब्दों में वर्णन कीजिए।
Answer :
मेरे घर और विद्यालय के बीच चलने पर मुख्य सड़क पर आगे बढ़ते हुए एक नदी आती है। वहां सुबह-सुबह बहुत सारे लोग स्कूल जा रहे होते हैं। चलते हुए रास्ते में आगे एक सरकारी प्राथमिक चिकित्सालय है , वहां सुबह-सुबह ही मरीजों की कतार लग जाती है। दर्द से कराहते हुए मरीजों को देखकर हमारा दिल बहुत ही दुखी हो जाता है। सड़क के किनारों पर बड़ी-बड़ी दुकानें हैं। उन्ही के बीच हमारा विद्यालय भी है।
Question: 8 ‘बच्चे हामिद ने बुड्ढे हामिद का पाठ खेला था। ‘बुढ़िया अमीना बालिका अमीना बन गई’। इस कथन में ‘बूढ़े हामिद’ से लेखक का क्या आशय है? स्पष्ट कीजिए।
Answer: 8
हां , ‘बच्चे हामिद ने बुड्ढे हामिद का पाठ खेला था तथा बुढ़िया अमीना बालिका अमीना बन गई’ इस कथन में बुड्ढे हामिद और बालिका अमीना से लेखक का आशय यह है कि जो काम बड़े–बूढ़ों को करना चाहिए था , वह काम बालक हामिद ने किया वह ऐसे की बच्चे हामिद ने अपनी बूढ़ी दादी के प्रति असीम त्याग ‚ विवेक व सद्भाव की भावना दिखाई थी और बच्चों वाला काम बुढ़िया अमीना कर रही थी क्योंकि अपने प्रति उस छोटे बच्चे के प्रेम वह त्याग को देखकर वह फूट-फूट कर रोने लगी।
Questions: 9 ‘दामन फैलाकर हामिद को दुआएं देती जाती थी और आंसू की बड़ी-बड़ी बूंदे गिर आती जाती थी।’ हामिद इसका रहस्य क्या समझता!’ – लेखक के अनुसार हामिद अमीना की दुआओं और आंसुओ के रहस्य को क्यों नहीं समझ पाया? कहानी के आधार पर स्पष्ट कीजिए।
Answer :
हामिद ने अपनी दादी के प्रति सहज भाव प्रकट किया है , कि वह ईदगाह के मेले में खिलौनों और मिठाइयों का त्याग करते हुए अपनी दादी के लिए चिमटा खरीद लेता है ‚ जिससे कि रोटी बनाते समय अमीना का हाथ न जले। हामिद के इस व्यवहार को देखकर अमीना की आंखों में से आंसू बहने लगते हैं। वह कहती है कि एक छोटे से बच्चे में इतनी अधिक सहनशीलता , बुद्धिमता , त्याग की भावना , अपनी दादी के प्रति प्रेम , आदि। यही बात सोच कर जब अमीना के आंखों में आंसू आ जाते हैं तो वह उभर उठती है। मुंशी प्रेमचंद अमीना के हृदय में उमड़ रही भावनाओं के रहस्य की ओर संकेत करते हैं।
Question: 10 हामिद की जगह आप होते तो क्या करते?
Answer :
हामिद की जगह हम होते तो हम भी वही करते जो हामिद ने किया। हामिद के पास तीन पैसे थे वैसे ज्यादा कुछ नहीं खरीद सकता था लेकिन उसने अपने मन के अनुभव पर प्रतिबंध लगाकर अपनी दादी अमीना के लिए चिमटा खरीदा। अपने परिवार को देखकर हम भी वही करते जो हामिद ने किया।
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