CBSE Class 9 Hindi A Unseen Passages अपठित गद्यांश

अपठित गद्यांश with MCQ Class 9

Block – A

निम्नलिखित गद्यांश को ध्यान पूर्वक पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के सही विकल्प चुनकर लिखिए-

कुछ आंदोलन बड़े बाँधों के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं। अब बाँध-विरोधी आंदोलन को नदियों को बचाने के आंदोलनों के रूप में देखने की प्रवृत्ति भी बढ़ रही है क्योंकि ऐसे आंदोलन में नदियों और नदी घाटियों के ज्यादा टिकाऊ तथा न्यायसंगत प्रबंधन की बात उठायी जाती है। 1980 के दशक के शुरूआती और मध्यवर्ती वर्षों में विश्व का पहला बाँध विरोधी आंदोलन दक्षिणी गोलार्ध में चला। आस्ट्रेलिया में चला यह आंदोलन फ्रैंकलिन नदी तथा. इसके परवर्ती वन को बचाने का आंदोलन था। यह वन और विजनपन की पैरोकारी करने वाला आंदोलन था ही , बाँध विरोधी आंदोलन भी था।

उपरोक्त गद्यांश पढ़ कर प्रश्न के उत्तर दीजिए :

1. विश्व का पहला बांध विरोध आंदोलन किस वर्ष चला?

2. पहला बांध विरोधी आंदोलन किस देश में चला?

3. स्वतंत्रता के पश्चात भारत का प्रसिद्ध बांध विरोधी आंदोलन निम्न में से कोन-सा है?

4. बांध विरोधी आंदोलन का उद्देश्य क्या है?

5. नदियों को बचाने के अंदर आंदोलनों के रूप में देखने की प्रवृत्ति भी बढ़ रही है क्यों?

6. ऑस्ट्रेलिया में चलाए गए आंदोलन ………………………….. बचाने का आंदोलन था।

Q7. दक्षिणी गोलार्ध में कौन सा विश्व का पहला बाँध विरोधी आंदोलन चला?

a) फ्रैंकलिन नदी के विरोध में

b) नील नदी के विरोध में

c) यमुना नदी के विरोध में

d) गंगा नदी के विरोध में

Q8. बाँध-विरोधी आंदोलन को किस तरह से देखा जा रहा है?

a) जीव-विरोधी आंदोलन के रूप में

b) नदियों को बचाने के आंदोलन के रूप में

c) जल आपूर्ति के विरोध में

d) प्रकृति के खिलाफ आंदोलन के रूप में

Q9. विश्व के किस दशक में पहला बाँध-विरोधी आंदोलन दक्षिणी गोलार्ध में चला था?

a) 1960 के दशक में

b) 1970 के दशक में

c) 1980 के दशक में

d) 1990 के दशक में

Q10. फ्रैंकलिन नदी और वन को बचाने के आंदोलन का संबंध किस देश से है?

a) भारत

b) ऑस्ट्रेलिया

c) अमेरिका

d) कनाडा

Q11. बाँधों के खिलाफ आंदोलन क्यों हो रहे हैं?

Q12. बाँध-विरोधी आंदोलन के माध्यम से क्या प्राप्त करना चाहिए?

Q13. विश्व का पहला बाँध विरोधी आंदोलन कहाँ चला था?

ANSWERS :-

उत्तर: 1 वर्ष 1980 में।

उत्तर: 2 ऑस्ट्रेलिया।

उत्तर: 3 जंगल बचाओ आंदोलन।

उत्तर: 4 बांध विरोधी आंदोलन का उद्देश्य निम्नलिखित है:-

1. नदियों को बचाना 

2. पर्यावरण की रक्षा 

3. नदी किनारे की भूमि और परवर्ती वन को बचाना है।

उत्तर: 5 नदियों को बचाने के अंदर आंदोलनों के रूप में देखने की प्रवृत्ति भी बढ़ रही है क्योंकि ऐसे आंदोलन में नदियों और नदी घाटियों के ज्यादा टिकाऊ तथा न्याय संगत प्रबंधन की बात उठाई जाती है।

उत्तर: 6 ऑस्ट्रेलिया में चला यह आंदोलन फ्रैंकलीन नदी तथा इसके परवर्ती वन को बचाने का आंदोलन था।

उत्तर: 7 a) फ्रैंकलिन नदी के विरोध में।

उत्तर: 8 b) नदियों को बचाने के आंदोलन के रूप में।

उत्तर: 9 c) 1980 के दशक में।

उत्तर: 10 b) ऑस्ट्रेलिया।

उत्तर : 11 बाँधों के निर्माण से नदियों और नदी घाटियों के प्रदूषण तथा अन्य पर्यावरण समस्याओं के बारे में चिंता है जो इन आंदोलनों को उत्पन्न करती है। इन आंदोलनों के पीछे एक संज्ञानात्मक मांग होती है कि बाँधों का निर्माण अधिकांश वर्षों में प्रदूषण, जल तथा पर्यावरण समस्याओं को बढ़ाता आया है।

उत्तर : 12 बाँध-विरोधी आंदोलनों का मुख्य उद्देश्य नदियों और पर्यावरण को बचाना होता है। इन आंदोलनों को समर्थन देने से हम प्राकृतिक संसाधनों को संरक्षित रख सकते हैं।

उत्तर: 13 विश्व का पहला बाँध विरोधी आंदोलन दक्षिणी गोलार्ध में चला था जो ऑस्ट्रेलिया के फ्रैंकलिन नदी के पास था।


Block – B

निम्नलिखित गद्यांश को ध्यान पूर्वक पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के सही विकल्प चुनकर लिखिए-

डिजिटल मीडिया एक रोचक तकनीकी प्रगति है जो सभी पहलुओं में उन्नति लाती है। इसके साथ ही , डिजिटल मीडिया एक अद्भुत तरीके से अनुभव करने और साझा करने के लिए मल्टीमीडिया का उपयोग करता है। गार्डिनर के चार पीढ़ियों की तुलना में , डिजिटल मीडिया एक पांचवीं पीढ़ी का उदाहरण हो सकता है , जिसमें समाचार मीडिया , सोशल मीडिया , वीडियो संचार एवं इंटरनेट शामिल होते हैं।

शिक्षा में डिजिटल मीडिया का उपयोग उन्नत शिक्षार्थी अनुभवों को सुलभ बनाता है, जो उन्हें विभिन्न अवसरों पर अधिक सक्रिय बनाता है। इसके साथ ही, इसे शिक्षकों द्वारा अधिक लोगों तक पहुंचाने के लिए भी उपयोग किया जा सकता है। डिजिटल मीडिया शिक्षा में समृद्धता और अधिक प्रभावी शिक्षण को संभव बनाता है।

अतिरिक्त रूप से , डिजिटल मीडिया न केवल शिक्षा में उपयोग किया जा सकता है , बल्कि इसे विभिन्न क्षेत्रों में भी उपयोग किया जा सकता है।

डिजिटल शैक्षिक यंत्रांश: डिजिटल शैक्षिक यंत्रांश उन कक्षाओं के लिए होता है जो छात्रों को एक आधुनिक उपकरण और तकनीक का उपयोग करके जानकारी प्रदान करते हैं जहाँ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त होती है। नए पाठ सीखने के लिए , वे ऑनलाइन या पारंपरिक कक्षाओं में अपने शिक्षकों और साथी छात्रों के साथ जानकारी का उपयोग करते हैं।

डिजिटल प्रौद्योगिकियाँ: डिजिटल प्रौद्योगिकियों के सभी उपकरणों , सामग्रियों , संसाधनों , मंचों , सेवाओं और उन लोगों को अंकीय रूप में परिभाषित किया जाता है जो इन्हें डिजिटल रूप में बदलने और वितरित करने के लिए उपयोग किया जा सकता है। इससे शिक्षा और सीखने के विभिन्न लक्ष्यों को साकार किया जा सकता है और विभिन्न संसाधनों तक पहुंच मिलती है। यह शैक्षिक प्रणाली के प्रबंधन के साथ-साथ क्षमता निर्माण में मदद करता है।

ICT (सूचना और संचार प्रौद्योगिकी) का अनुवाद हिंदी में एकदम नया होता है: दीप्ति (डिजिटल संचार और सूचना प्रौद्योगिकी). यह शब्द भारतीय संस्कृति के अनुरूप है और डिजिटल मीडिया प्रौद्योगिकियों के समूह को विस्तृत रूप से बताता है, जिसमें कंप्यूटर, टेलीविज़न, रेडियो, हैंडहेल्ड उपकरण, टेलीफोन, नेटवर्क और अन्य संचार तकनीकों शामिल हैं।

उपरोक्त गद्यांश पढ़ कर प्रश्न के उत्तर दीजिए :- 

1. उपरोक्त गद्यांश का उपयुक्त शीर्षक लिखिए।

2. डिजिटल शैक्षिक यंत्रांश क्या होते हैं और उनका उपयोग किसलिए किया जाता है?

3. डिजिटल मीडिया किस पीढ़ी का उदाहरण है? स्पष्ट कीजिए।

4. दीप्ति क्या होता है और इसका उपयोग किसलिए किया जाता है? 

5. डिजिटल प्रौद्योगिकियों का उपयोग क्यों किया जाता हैं।

6. डिजिटल मीडिया क्या है?

a. एक रोचक तकनीकी प्रगति

b. एक सामाजिक मुद्दा

c. एक नई भाषा

d. एक प्रकार का खेल

7. डिजिटल मीडिया किस तरह का मल्टीमीडिया का उपयोग करता है?

a. सिर्फ ऑडियो का

b. सिर्फ वीडियो का

c. सिर्फ छवि का

d. मल्टीमीडिया का

8. डिजिटल मीडिया को कौन-कौन से पीढ़ियों में शामिल किया जा सकता है?

a. पहली और दूसरी

b. तीसरी और चौथी

c. चारों

d. कोई नहीं

9. डिजिटल मीडिया का शिक्षा में उपयोग क्या सुनिश्चित करता है?

a. अधिक सक्रिय शिक्षार्थी अनुभवों को सुलभ बनाता है

b. शिक्षकों की भूमिका को कम करता है

c. छात्रों को खुद से सीखने की अनुमति नहीं देता है

d. शिक्षा में कोई फायदा नहीं होता

10. इसके आधार पर, निम्नलिखित में से कौन सा विवरण “डिजिटल प्रौद्योगिकियों” के बारे में सही है?

a) डिजिटल प्रौद्योगिकियों का उपयोग शिक्षा और सीखने के लक्ष्यों को पूरा करने के लिए किया जाता है।

b) डिजिटल प्रौद्योगिकियों का उपयोग सिर्फ संगणना के लिए होता है।

c) डिजिटल प्रौद्योगिकियों का उपयोग केवल व्यावसायिक क्षेत्रों में किया जाता है।

d) डिजिटल प्रौद्योगिकियाँ संसाधनों को बदलने के लिए उपयोग किए जाते हैं, जिनसे उन्हें अंकीय रूप में परिभाषित किया जा सकता है।

ANSWERS :-

उत्तर: 1 डिजिटल मीडिया का महत्व।

उत्तर: 2 डिजिटल शैक्षिक यंत्रांश वे उपकरण होते हैं जो छात्रों को एक आधुनिक उपकरण और तकनीक का उपयोग करके जानकारी प्रदान करते हैं जहाँ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त होती है। नए पाठ सीखने के लिए , वे ऑनलाइन या पारंपरिक कक्षाओं में अपने शिक्षकों और साथी छात्रों के साथ जानकारी का उपयोग करते हैं।

उत्तर: 3 डिजिटल मीडिया एक पांचवीं पीढ़ी का उदाहरण हो सकता है , जिसमें समाचार मीडिया , सोशल मीडिया , वीडियो संचार एवं इंटरनेट शामिल होते हैं।

उत्तर: 4 दीप्ति एक नया शब्द है जो ICT (सूचना और संचार प्रौद्योगिकी) के अनुवाद हिंदी में होता है। यह शब्द भारतीय संस्कृति के अनुरूप है और डिजिटल मीडिया प्रौद्योगिकियों के समूह को विस्तृत रूप से बताता है , जिसमें कंप्यूटर , टेलीविज़न , रेडियो , हैंडहेल्ड उपकरण , टेलीफोन , नेटवर्क और अन्य संचार तकनीकों शामिल होते हैं।

उत्तर: 5 डिजिटल प्रौद्योगिकियों का उपयोग संचार , संगठन , संचालन , संरचना, अध्ययन , अनुसंधान , उत्पादन , विपणन , वित्तीय प्रबंधन , समाज सेवाओं और अन्य क्षेत्रों में किया जाता है। डिजिटल प्रौद्योगिकियों के माध्यम से संसाधनों का उपयोग संभव होता है , जो अधिक सुविधाजनक और उपयोगी होते हैं। इससे लोग नए विचारों और तकनीकों को सीख सकते हैं और इससे अधिक महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा , यह लोगों को समय और ऊर्जा बचाने में मदद करता है और उन्हें विभिन्न सेवाओं और संसाधनों तक पहुंच प्रदान करता है।

उत्तर: 6 a) एक रोचक तकनीकी प्रगति।

उत्तर: 7 d) मल्टीमीडिया का।

उत्तर: 8 c) चारों।

उत्तर: 9 a) अधिक सक्रिय शिक्षार्थी अनुभवों को सुलभ बनाता है।

उत्तर: 10 a) डिजिटल प्रौद्योगिकियों का उपयोग शिक्षा और सीखने के लक्ष्यों को पूरा करने के लिए किया जाता है।


             Block – C 

निम्नलिखित गद्यांश को ध्यान पूर्वक पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के सही विकल्प चुनकर लिखिए-

खेल हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण अंग है। यह हमें न केवल फिजिकल फिट रखता है , बल्कि हमारी मानसिक स्थिति भी सुधारता है। खेल न केवल शारीरिक विकास करते हैं, बल्कि हमें एक सकारात्मक सोच की भी संतुलित स्थिति में रखते हैं।  खेल खेलने से हमारा शारीरिक विकास होता है। खेल खेलने से हमारी मांसपेशियों का विकास होता है और हमें शारीरिक शक्ति और टोनिक प्रदान करता है। इसके अलावा , खेल खेलने से हमारी हृदय संबंधी समस्याओं का खतरा कम होता है और हमारे हृदय को स्वस्थ रखने में मदद करता है।

खेल हमारी मानसिक विकास के लिए भी महत्वपूर्ण है। खेल खेलने से हमें सकारात्मक सोचने की क्षमता मिलती है और हम अधिक उत्साही और उजागर रहते हैं। खेल खेलने से हमें एक अच्छी टीम बनाने की क्षमता भी मिलती है जो हमारे जीवन में काफी महत्वपूर्ण होती है।

स्वस्थ रहना

खेल खेलने से हमें स्वस्थ रहने में मदद मिलती है। खेल खेलने से हमें अधिक फिट रहने में मदद मिलती है, जिससे हमें बीमारियों के खतरे से बचाने में मदद मिलती है।

आत्मविश्वास

खेल हमारे आत्मविश्वास को भी बढ़ाते हैं। खेल के दौरान हमें अधिक उत्साह और उत्तेजना मिलती है।

उपरोक्त गद्यांश पढ़ कर प्रश्न के उत्तर दीजिए :- 

1. उपरोक्त गद्यांश को पढ़कर उपयुक्त शीर्षक दे।

2. खेल हमारे जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है कैसे?

3. खेल खेलने से हमें ……………………….. मिलती है।

4. खेल से हमारा आत्मविश्वास बढ़ता है टिप्पणी कीजिए।

5. भारत का मुख्य खेल क्या है?

6. खेल हमारे जीवन का कौन सा अंग है?

a. एक विशेष अंग

b. एक महत्वपूर्ण अंग

c. एक सामान्य अंग

d. कोई नहीं

7. खेल खेलने से क्या हमें मिलता है?

a. स्वस्थ दिमाग

b. सुधारित मानसिक स्थिति

c. दोनों

d. कोई नहीं

8. खेल खेलने से हमारे शारीरिक विकास के लिए क्या महत्वपूर्ण है?

a. हमारी मांसपेशियों का विकास

b. हमारी बुद्धि का विकास

c. हमारे सामाजिक संबंधों का विकास

d. कोई नहीं

9. खेल खेलने से हमें कौन सी क्षमता मिलती है?

a. सकारात्मक सोचने की क्षमता

b. लड़ाई करने की क्षमता

c. फिक्र करने की क्षमता

d. कोई नहीं

10. खेल खेलने से हमें कौन सी क्षमता मिलती है जो हमारे जीवन में महत्वपूर्ण होती है?

a. अच्छी टीम बनाने की क्षमता

b. सफलता की क्षमता

c. आत्मविश्वास की क्षमता

d. कोई नहीं

ANSWERS :-

उत्तर: 1 1. खेलों का महत्व 

2. दैनिक जीवन में खेलों का महत्व।

उत्तर: 2 खेल हमारे जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निम्नलिखित तरह से निभाते है:-

1. खेल हमें स्वस्थ रखते है।

2. हमारा शारीरिक तथा मानसिक विकास करते है।

3. इससे हमारे मांसपेशियों का विकास होता है।

4. तथा शारीरिक शक्ति और टॉनिक प्रदान करता है।

उत्तर: 3 खेल खेलने से हमें सकारात्मक सोचने की क्षमता मिलती है।

उत्तर: 4 आत्मविश्वास,

खेल हमारे आत्मविश्वास को भी बढ़ाते हैं। खेल के दौरान हमें अधिक उत्साह और उत्तेजना मिलती है।

उत्तर: 5 हॉकी।

उत्तर: 6 b) एक महत्वपूर्ण अंग।

उत्तर: 7 c) दोनों।

उत्तर: 8 a) हमारी मांसपेशियों का विकास।

उत्तर: 9 a) सकारात्मक सोचने की क्षमता।

उत्तर: 10 a) अच्छी टीम बनाने की क्षमता।


Block – D

निम्नलिखित गद्यांश को ध्यान पूर्वक पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के सही विकल्प चुनकर लिखिए-

वह मनुष्य सर्वश्रेष्ठ प्राणी नहीं कहलाता कि वह खाता , पीता , सोता , हँसता , चलता और संतानों को जन्म नहीं देता है , बल्कि इसका कारण उसकी बुद्धि है। मनुष्य के पास विवेक है , जिससे वह अच्छे और बुरे के बीच अंतर कर सकता है। उसने अपने बुद्धिबल और विज्ञान के माध्यम से जीवन को सुखी और सुविधाजनक बनाया है। लेकिन यह आवश्यक है कि वह अपनी विवेकशीलता और बुद्धिबल का उपयोग नकारात्मक कार्यों के लिए नहीं करे बल्कि रचनात्मक कार्यों के लिए करे। यदि ज्ञान-विज्ञान का दुरुपयोग होता रहता है तो मानव जाति का अस्तित्व समाप्त हो सकता है। इसलिए आत्मसंयम और विवेक ही एकमात्र सुख और शांति के मार्ग हैं।

उपरोक्त गद्यांश पढ़ कर प्रश्न के उत्तर दीजिए:-

1. मनुष्य के पास क्या है जो उसे अच्छे और बुरे के बीच अंतर करने में सक्षम बनाता है?

2. मनुष्य ने अपने जीवन को कैसे सुखी और सुविधाजनक बनाया है?

3. क्या होगा यदि ज्ञान-विज्ञान का दुरुपयोग होता रहता है?

4. कौन से कार्यों के लिए मनुष्य को अपनी बुद्धिबल और विवेकशीलता का उपयोग करना चाहिए?

5. सुख और शांति के मार्ग क्या हैं?

6. मनुष्य को सर्वश्रेष्ठ प्राणी नहीं कहा जाता है क्योंकि उसका क्या कारण है?

a) खाने-पीने की आदत

b) संतानों को जन्म देने की क्षमता

c) उसकी बुद्धि

d) सभी उपरोक्त

7. मनुष्य के पास क्या है, जिससे वह अच्छे और बुरे के बीच अंतर कर सकता है?

a) भावनात्मकता

b) स्वभाव

c) विवेक

d) बुद्धिबल

8. मनुष्य ने जीवन को सुखी और सुविधाजनक कैसे बनाया है?

a) धन-संपत्ति से

b) बुद्धिबल और विज्ञान के माध्यम से

c) अपनी शारीरिक शक्ति से

d) उपरोक्त सभी

9. क्या मनुष्य को नकारात्मक कार्यों के लिए अपनी बुद्धिबल और विवेकशीलता का उपयोग करना चाहिए?

a) हाँ

b) नहीं

c) केवल बुद्धि का 

d) केवल विवेकशीलता का 

10. यदि ज्ञान-विज्ञान का दुरुपयोग होता रहता है तो क्या हो सकता है?

a) मानव जाति का अस्तित्व समाप्त हो सकता है

b) मानव जाति विकसित हो सकती है

c) संसार का अंत हो सकता है

d) स्वर्ग-नरक बन सकते हैं

ANSWERS :-

उत्तर: 1 मनुष्य के पास विवेक होता है, जिससे वह अच्छे और बुरे के बीच अंतर कर सकता है।

उत्तर: 2 मनुष्य ने अपने बुद्धिबल और विज्ञान के माध्यम से जीवन को सुखी और सुविधाजनक बनाया है।

उत्तर: 3 अगर ज्ञान-विज्ञान का दुरुपयोग होता रहता है तो मानव जाति का अस्तित्व समाप्त हो सकता है।

उत्तर: 4 मनुष्य को रचनात्मक कार्यों के लिए अपनी बुद्धिबल और विवेकशीलता का उपयोग करना चाहिए।

उत्तर: 5 सुख और शांति के मार्ग आत्मसंयम और विवेक ही हैं।

उत्तर: 6 c) उसकी बुद्धि।

उत्तर: 7 c) विवेक।

उत्तर: 8 b) बुद्धिबल और विज्ञान के माध्यम से।

उत्तर: 9 b) नहीं।

उत्तर: 10 a) मानव जाति का अस्तित्व समाप्त हो सकता है।


Block – E

निम्नलिखित गद्यांश को ध्यान पूर्वक पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के सही विकल्प चुनकर लिखिए-

भारत में तो यह स्थिति अभी नहीं आई पर अमरीका और यूरोप में कुछ देशों में आप मरने के पहले अपने अंतिम संस्कार और अनंत विश्राम का प्रबंध भी कर सकते हैं- एक कीमत पर। आपकी कब्र के आसपास तदा हरी घास होगी, मनचाहे फूल होंगे। चाहे तो वहाँ फव्वारे होंगे और मंद ध्वनि में निरंतर संगीत भी कल भारत में भी यह संभव हो सकता है। अमरीका में आज जो हो रहा है, कल वह भारत में भी आ सकता है। प्रतिष्ठा के अनेक रूप होते हैं। चाहे वे हास्यास्पद ही क्यों न हों। यह है एक छोटी सी झलक उपभोक्तावादी समाज की। यह विशिष्टजन का समाज है पर सामान्यजन भी इसे ललचाई निगाहों से देखते हैं। उनकी दृष्टि में, एक विज्ञापन की भाषा में, यही है राइट च्वाइस बेबी।

उपरोक्त गद्यांश पढ़ कर प्रश्न के उत्तर दीजिए:-

1. भारत में कौन-सी स्थिति अभी नहीं आई है?

(क) मरने से पहले अंतिम संस्कार का प्रबंध

(ख) आसान मृत्यु

(ग) संक्रमण

(घ) राजनीतिक अस्थिरता

2. किस देश में आप मरने से पहले अंतिम संस्कार का प्रबंध कर सकते हैं?

(क) अमरीका में

(ख) यूरोप के कुछ देशों में 

(ग) उपर्युक्त दोनों

(घ) पाकिस्तान

3. लेखक गद्यांश में किस समाज की झलक प्रस्तुत कर रहा है?

(क) संत समाज 

(ख) ब्रह्म समाज 

(ग) निम्न समाज

(घ) उपभोक्तावादी समाज

4. लेखक के अनुसार यह समाज किसका है?

(क) भगवान

(ख) विशिष्ट जन

(ग) सामान्य जन

(घ) सरकार

ANSWERS :-

Answer: 1 (क) मरने से पहले अंतिम संस्कार का प्रबंध।

Answer: 2 (ग) उपर्युक्त दोनों।

Answer: 3 (घ) उपभोक्तावादी समाज।

Answer: 4 (ख) विशिष्ट जन।


Block – F

निम्नलिखित गद्यांश पर आधारित बहुविकल्पीय प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर लिखिए-

निराश व्यक्ति न किसी की बात समझता है और न किसी को अपनी बात समझा पाता है। तनिक सी असफलता मिली कि मन हार कर बैठ गए। सारी दुनिया अँधेरे से घिरी दिखाई देने लगी। काम शुरू किया नहीं कि असफलता की दुर्बलता ने शक्ति छीन ली। प्रयास किया ही नहीं और हार मान बैठे। आज के युवक इसके सबसे बड़े शिकार बन रहे हैं। दुनिया में ऐसा कोई व्यक्ति नहीं, जो हर कदम पर सफलता प्राप्त करता रहा हो। हर महान व्यक्ति को भी जीवन में असफलता मिलती है। सफल व्यक्ति उसे कहेंगे, जो बार-बार असफल होने पर भी हार न माने, आगे बढ़ने के लिए कमर कसकर तैयार रहे। ऐसे कर्मठ और दृढ़ इच्छा शक्ति वाले व्यक्ति के आगे सफलताएँ स्वागत करने के लिए तैयार रहती है। इसीलिए किसी ने कहा है-“मन के हारे हार है, मन के जीते जीत।” कुछ भी क्यों न हो, हमें मन नहीं हारना चाहिए। निराशा को मन के दरवाजे पर ठहरने नहीं देना चाहिए। 

उपरोक्त गद्यांश पढ़ कर प्रश्न के उत्तर दीजिए:-

1. निराश व्यक्ति को दुनिया कैसी दिखाई देती है?

क) बहुत खूबसूरत 

ख) आशाओं से भरी हुई

ग) अँधेरे से घिरी हुई

घ. आगे बढ़ने वाली

2. असफलता की दुर्बलता…..। (वाक्य पूरा कीजिए)

क) शक्ति छीन लेती है।

ख) ताकतवर बनाती है

ग) शक्ति प्रदान करती है। 

घ) नया रास्ता दिखाती है।

3. सफल व्यक्ति किसे कहेंगे?

क) जो सदा सफल होता रहे

ख) जो सफलता का ही स्वागत करे

ग) जो सफलता की बात करें

घ) जो असफल होने पर भी हार न माने

4. “मन के हारे हार है, मन के जीते जीत” का अर्थ है 

क) मन हारता रहता है

ख) मन जीतता रहता है 

ग) मन हार गया तो हार, जीत गया तो जीत होती है। 

घ) मन कभी हारता है, कभी जीतता रहता है।

5. उपर्युक्त अवतरण का उचित शीर्षक छाँटिए । 

क) आशा रखें

ख) सफलता का स्वागत

ग) निराशा से बचे

घ) मन की हार

ANSWERS :-

Answer: 1 ग) अँधेरे से घिरी हुई।

Answer: 2 क) शक्ति छीन लेती है।

Answer: 3 घ) जो असफल होने पर भी हार न माने।

Answer: 4 ग) मन हार गया तो हार, जीत गया तो जीत होती है। 

Answer: 5 ख) सफलता का स्वागत।

Block – G

निम्नलिखित गद्यांश पर आधारित बहुविकल्पीय प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर लिखिए-

रात को जब बालिका रोटियाँ खिलाकर चली गई, दोनों रस्सियाँ चबाने लगे, पर मोटी रस्सी मुँह में न आती थी। बेचारे बार-बार जोर लगाकर रह जाते थे। सहसा घर का द्वार खुला और वही लड़की निकली। दोनों सिर झुकाकर उसका हाथ चाटने लगे। दोनों की पूँछें खड़ी हो गईं। उनके माथे सहलाए और बोली- खोले देती हूँ। चुपके से भाग जाओ, नहीं तो यहाँ लोग मार डालेंगे। आज घर में सलाह हो रही है कि इनकी नाकों में नाथ डाल दी जाए।

उसने गराँव खोल दिया, पर दोनों चुपचाप खड़े रहे।

मोती ने अपनी भाषा में पूछा- अब चलते क्यों नहीं?

हीरा ने कहा- चलें तो लेकिन कल इस अनाथ पर आफत आएगी। सब इसी पर संदेह करेंगे। सहसा बालिका चिल्लाई- दोनों फूफावाले बैल भागे जा रहे हैं। ओ दादा! दादा! दोनों बैल भागे जा रहे हैं, जल्दी दौड़ो।

उपरोक्त गद्यांश पढ़ कर प्रश्न के उत्तर दीजिए :

1. रात को रोटी खाने के पश्चात दोनों बैल रस्सियाँ क्यों चबा रहे थे?

(क) भूख को शांत करने हेतु

ख) रस्सी को तोड़ने के लिए 

(ग) रस्सी खाना उनकी आदत थी

(घ) रस्सी खाने से उन्हें ताकत मिलती थी

2. लड़की ने रात में घर से बाहर आकर बैलों से क्या कहा?

(क) चुपके से भाग जाओ

(ख) रस्सी खाना छोड़ दो

(ग) शांति से आराम करो

(घ) पापा को परेशान मत करो

3. बैलों को काबू में रखने के लिए गया के घर में क्या सलाह हो रही थी?

(क) पैर बाँधने की

(ख) नाक तोड़ने की

(ग) नाकों में नाथ डालने की

(घ) सींग तोड़ने की

4. ‘गराँव’ से क्या अभिप्राय है?

(क) गाँठ

(ख) बंधन

(ग) रास्ता

(घ) फुंदेदार रस्सी जो पशुओं के गले में पहनाई जाती है

5. बंधनमुक्त होकर भी वे दोनों चुपचाप खड़े थे। क्यों?

क) क्योंकि उन्हें बालिका की चिंता थी 

ख) क्योंकि उन्हें रोटी से वंचित होना पड़ता 

ग) क्योंकि वे वहाँ से जाना नहीं चाहते थे

घ) क्योंकि वो बहुत खुश थे

                  ANSWERS :-

Answer: 1 ख) रस्सी को तोड़ने के लिए।

Answer: 2 क) चुपके से भाग जाओ।

Answer: 3 ग) नाकों में नाथ डालने की।

Answer: 4 घ) फुंदेदार रस्सी जो पशुओं के गले में पहनाई जाती है।

Answer: 5 क) क्योंकि उन्हें बालिका की चिंता थी।

Block – H

निम्नलिखित अपठित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर, सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर दिए गए विकल्पों में से छाँटकर लिखिए- 

आत्मनिर्भरता का अर्थ है- अपने पर निर्भर रहना । जो मनुष्य दूसरों का मुँह नहीं ताकते, वे ही आत्मनिर्भर होते हैं। आत्मनिर्भरता का राष्ट्रीय स्तर पर अर्थ है निज, समाज तथा राष्ट्र की आवश्यकताओं की पूर्ति स्वयं करना । व्यक्ति, समाज तथा राष्ट्र में आत्मनिर्भरता की भावना आत्मनिर्भरता का प्रतीक है। स्वावलंबन, जीवन में सफलता की पहली सीढ़ी है। सफलता प्राप्त करने के लिए व्यक्ति को स्वावलंबी अवश्य होना चाहिए । स्वावलंबी व्यक्ति समाज तथा राष्ट्र के लिए सर्वांगीण सफलता प्राप्ति का महामंत्र है। वीरों तथा कर्मयोगियों की सर्वागीण उन्नति का आधार है। स्वावलंबन की परिभाषा हम अनेक उदाहरणों से समझ सकते हैं। जब बच्चा छोटा होता है, तो वह पूर्णतया अपनी माँ पर आश्रित होता है। कुछ समय बाद वह अपने हाथों से चीज़ों को उठाता है, खाता है तथा खेलने में उनका प्रयोग करता है, उसमें उसे परम आनंद प्राप्त होता है। शिशु की यह प्रसन्नता स्वावलंबन का आनंद है। पेड़-पौधे और पशु-पक्षियों में तो स्वावलंबन कूट-कूटकर भरा है। पेड़-पौधे अपना भोजन स्वयं बनाते हैं। सूर्य से प्रकाश, धरती से जल व अन्य खनिज ग्रहण कर वे स्वतः बढ़ते जाते हैं। चींटी जैसा नन्हा सा जीव भी स्वावलंबन का महत्व समझता है । मनुष्य के लिए तो स्वावलंबन जीवन का अमूल्य आभूषण है। सफलता तो स्वावलंबी मनुष्य की दासी बनकर रहती है। मनुष्य में सबसे बड़ी कमी है स्वावलंबन का न होना। सबसे बड़ा गुण भी मनुष्य की आत्मनिर्भरता ही है।

(१) किन मनुष्यों को आत्मनिर्भर कहा जा सकता है? 

(क) जो आत्मज्ञान के लिए साधना करते हैं

(ख) जो आत्मा-परमात्मा का अंतर समझते हैं

(ग) जो किसी भी कार्य के लिए दूसरों पर आश्रित रहते हैं 

(घ) जो किसी भी कार्य के लिए दूसरों का मुँह नहीं ताकते

उत्तर: (घ) जो किसी भी कार्य के लिए दूसरों का मुँह नहीं ताकते

(२) किसी भी समाज तथा राष्ट्र की सफलता के लिए पहली सीढ़ी क्या है ?

(क) देश के लोग अकर्मण्य हों 

(ख) देश के लोगों के पास अपार धन हो

(ग) देश के लोग स्वावलंबी हो

(घ) देश के लोग स्वार्थी हों

उत्तर: (ग) देश के लोग स्वावलंबी हो

(३) शिशु को आनंद कब प्राप्त होता है ?

(क) जब वह अपनी माँ पर आश्रित होता है

(ख) जब वह कुछ नहीं करता 

(ग) जब वह बड़ा हो जाता है।

(घ) जब वह अपना कार्य स्वयं करने लगता है।

उत्तर: (घ) जब वह अपना कार्य स्वयं करने लगता है।

(४) पेड़-पौधे किस प्रकार हमें स्वावलंबी होने की शिक्षा देते हैं ?

(क) हमें फल तथा फूल देकर

(ख) हमारे चारों ओर हरियाली फैलाकर

(ग) अपना भोजन स्वयं बनाकर

(घ) खनिज ग्रहण कर

उत्तर: (ग) अपना भोजन स्वयं बनाकर

(५) निम्नलिखित वाक्य में रिक्त स्थान की पूर्ति उपयुक्त शब्द से कीजिए –

सफलता तो स्वावलंबी मनुष्य की ………….. बनकर रहती है।

(क) रानी

(ख) मौसी

(ग) दासी

(घ) मालकिन

उत्तर: (ग) दासी

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