NCERT Solutions for Class 11 Hindi Kshitij Chapter 7 “Uski Maa” provide comprehensive answers and explanations to the questions posed in this literary masterpiece. Students can explore the profound themes and nuances of the story through these well-crafted solutions. This resource aids in a deeper understanding of the narrative, character motivations, and literary techniques used in the chapter. With these solutions, students can enhance their Hindi language skills, critical thinking abilities, and score better in their exams, making learning an enriching experience.
NCERT Solutions for Class 11 Hindi Kshitij Chapter – 7 Uski Maa Questions and Answers
प्रश्न- अभ्यास
1. क्या लाल का व्यवहार सरकार के विरुद्ध षड्यंत्रकारी था?
Answer:
नहीं, लाल का व्यवहार वह सरकार के खिलाफ था नहीं, बल्कि उसकी इच्छा थी कि वह आजादी के लिए जीवन गुजारे।
2. पूरी कहानी में जानकी न तो शासन तंत्र के समर्थन में है न विरोध में, किंतु लेखक ने उसे केंद्र में ही नहीं रखा बल्कि कहानी का शीर्षक बना दिया। क्यों?
Answer:
लेखक ने जानकी को कहानी के माध्यम से माँ भारती के प्रति लड़कों के देश-भक्ति और समर्पण का प्रतीक बनाया है। उन्होंने इस कहानी को जानकी के शीर्षक के रूप में रखा है, जो दर्शाता है कि इन लड़कों ने अपनी मातृभूमि के प्रति अपनी वफादारी को सबसे महत्वपूर्ण माना। जानकी का संकेत इस बात का है कि वे भारत माता को अपनी माँ की तरह पूजते थे, और उनकी आज़ादी के लिए जीवन न्यौछावर करने को भी तैय किया।
इस कहानी के माध्यम से, लेखक ने इन लड़कों के देश-भक्ति और माँ के प्रति उनके प्यार को प्रमोट किया है, और यह दिखाया है कि इन युवाओं ने अपने जीवन को देश के सेवा में समर्पित किया। जानकी के माध्यम से, वे अपने देश के प्रति अपनी गहरी भावनाओं को और मजबूत करते हैं, और इसके साथ ही उनकी देश-वत्सलता को भी प्रकट करते हैं।
3. चाचा जानकी तथा लाल के प्रति सहानुभूति तो रखता है किंतु वह डरता है। यह डर किस प्रकार का है और क्यों है?
Answer:
चाचा के मन में सरकार और पुलिस का डर है, क्योंकि वह भी देश के बाकी नागरिकों की तरह अपनी जान को मुश्किल में नहीं डालना चाहते हैं। इस डर के पीछे का प्रमुख कारण यह है कि देश में वास्तविक स्वतंत्रता नहीं है। लोगों को अक्सर नीतियों और विधियों का पालन करना पड़ता है, जो उन्हें सरकार और पुलिस से खोखली बातों से बचने के लिए करना होता है। चाचा का यह डर उनके व्यक्तिगत अधिकारों और स्वतंत्रता की प्रतिबद्धता का परिणाम है, और यह भी दिखाता है कि देश में सच्ची स्वतंत्रता की कमी है।
4. इस कहानी में दो तरह की मानसिकताओं का संघर्ष है, एक का प्रतिनिधित्व लाल करता है और दूसरे का उसका चाचा। आपकी नजर में कौन सही है? तर्कसंगत उत्तर दीजिए।
Answer:
इस कहानी में, लाल राज विद्राह की मानसिकता का प्रतिनिधित्व करता है, वहीं उसके चाचा देशभक्ति और राजभक्ति की मानसिकता का प्रतिनिधिता है। हमारी दृष्टि से लाल की मानसिकता सही है, क्योंकि हमें गुलामी की जिंदगी को स्वीकार नहीं करनी चाहिए, बल्कि हमें स्वतंत्रता के लिए संघर्ष करना चाहिए और देश के प्रति अपनी पूरी समर्पण भावना रखनी चाहिए। इस कहानी के माध्यम से हमें यह सिखने को मिलता है कि स्वतंत्रता की प्राप्ति के लिए साहसी और संकल्पित रहना महत्वपूर्ण है, और हमें अपने मानसिकता के साथ अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए समर्पित रहना चाहिए।
5. उन लड़कों ने कैसे सिद्ध किया कि जानकी सिर्फ़ माँ नहीं भारतमाता है? कहानी के आधार पर उसका चरित्र चित्रण कीजिए।
Answer:
उन लड़कों ने जानकी के शरीर को उनकी मातृभूमि के साथ संदर्भित किया, जैसे हिमालय, गंगा-यमुना, विंध्याचल, कन्याकुमारी, और नदियों के साथ, इससे प्रतित होता है कि वह केवल एक माँ ही नहीं, बल्कि भारतीय माता हैं। कहानी के आधार पर हम कह सकते हैं कि जानकी एक वृद्ध महिला नहीं है, वह एक दरियादिल और वात्सल्यवादी भावनाओं से भरपूर माँ हैं। वह अपनी संरक्षणा के नियमों का पूरा पालन करती हैं। वह लाल और उसके दोस्तों के हँसने-गाने को सुनकर आश्चर्यचकित हो जाती हैं, जिससे उसके नाजुक हृदय का भावनात्मक पहलू दिखाई देता है। उसके हृदय में इन लड़कों के प्रति इतना प्यार है कि वह उन्हें सजा होने से बचाने के लिए तय कर लेती हैं, जिससे वह इस संसार को छोड़ देती हैं।
6. विद्रोही की माँ से संबंध रखकर कौन अपनी गरदन मुसीबत में डालता? इस कथन के आधार पर उस शासन तंत्र और समाज-व्यवस्था पर प्रकाश डालिए।
Answer:
विद्रोही की माँ से संबंध रखकर कौन अपनी गरदन मुसीबत में डालता, इस कथन से हमें उस समय के तंत्र और नियमों की कड़ी कड़ी आलोचना होती है। इस तंत्र में कोई नियम और कानून नहीं थे। वे लोग जो भी सरकार की नीतियों का विरोध करते थे, उन्हें बहुत संघर्षपूर्ण दंड दिया जाता था। इसके परिणामस्वरूप, उस समय के समाज में भय का माहौल था। लोग सरकार से इतना डरते थे कि समाज में भाईचारा और साथी जैसे संबंध तय करने का स्थान नहीं रहा।
7. चाचा ने लाल का पेंसिल-खचित नाम पुस्तक की छाती पर से क्यों मिटा डालना चाहा?
Answer:
चाचा ने लाल की पेंसिल-खचित नामक पुस्तक को छाती से हटाने की चेष्टा की, जैसे कोई सबक का मास्टरपीस सामने आ गया हो। इसके साथ ही, यह उसके जीवन का एक महत्त्वपूर्ण घटना भी था, जिससे उसने अपने भविष्य की दिशा को पुनर्निर्धारित किया। वह नहीं चाहता था कि आने वाले समय में उसे फिर से इस विषय के साथ संघर्ष करना पड़े।
8. भारत माता की छवि या धारणा आपके मन में किस प्रकार की है?
Answer:
हमारे मन में भारत माता की छवि या धारणा इस प्रकार की है कि, भारत माता की छवि या धारणा भारतीय संस्कृति में गहरे रूप से एक पूर्णता की प्रतीक के रूप में विकसित है। भारत माता को एक माँ के रूप में देखा जाता है, जिनका प्रतीक भारतीय भूमि होता है और जो अपने बच्चों की सुरक्षा और कल्याण के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके अलावा, भारत माता का चित्रण भारतीय धर्म के कथाओं, पौराणिक कहानियों, और भारतीय संस्कृति के महत्वपूर्ण तत्वों के माध्यम से किया जाता है।
9. जानकी जैसी भारत माता हमारे बीच बनी रहे. इसके लिए ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ के संदर्भ में विचार कीजिए।
Answer:
इस कहानी के माध्यम से हम देखते हैं कि जानकी कैसे भारत माता की प्रतिनिधिता करती हैं, और इससे हमारे समाज में बेटियों के प्रति उनके सहानुभूति और समर्थन का महत्व बढ़ता है।
जानकी का चरित्र हमें भारत माता के सफेद केश और हिमालय के समान उजले स्वरूप को याद दिलाता है। वह बुढ़िया है, और उसके माथे पर गंगा और यमुना की गहरी रेखाएँ हैं, जो भारत माता के माथे की तरह हैं। उसके नाक की शोभा विंध्याचल की तरह है, और उसके बाएं कंधे पर लहराते केश बर्मा के आभास को दिखाते हैं। इस रूप में, जानकी भारत माता की प्रतिनिधिता को प्रकट करती है, और हमें याद दिलाती है कि हमारी बुजुर्ग माताओं का सम्मान करना महत्वपूर्ण है।
जानकी की भोली और सीधी आदतें हमें उसकी मानवीयता को समझाती हैं। उसे बच्चों से बेहद प्यार है, और वह उन्हें दोषरहित देखती है। इससे हमें बेटियों के प्रति सहानुभूति और समर्थन का महत्व सिखाती है, और बेटियों के संख्या को बढ़ाने के लिए कार्यक्रमों का समर्थन करने की महत्वपूर्णता को दर्शाती है। इस कहानी से हम समझते हैं कि भारत माता के रूप में हमारी बुजुर्ग माताएं हमारे समाज के लिए महत्वपूर्ण हैं, और बेटियों के प्रति समर्थन और सहानुभूति का महत्व है। ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ जैसे कार्यक्रमों का समर्थन करने से हम बेटियों के संख्या को बढ़ा सकते हैं, जिससे हमारे समाज का सामाजिक और आर्थिक विकास होगा, और हमारे बच्चे माँ के प्यार और समर्थन के साथ बड़ेगें।
10. निम्नलिखित का आशय स्पष्ट कीजिए –
(क) पुलिसवाले केवल…………….धीरे-धीरे घुलाना-मिटाना है।
Answer:
आशय- लेखक इस कहानी के माध्यम से हमें यह बताते हैं कि पुलिस वाले कई बार बिना सबूत के भी भ्रम और संदेह के आधार पर भारतीय नागरिकों को परेशान करते हैं। वे नियमों का दुरुपयोग करके अत्याचार करते हैं और अधिकारों का उल्लंघन करते हैं। इससे हमारी न्यायिक और संविधानिक प्रक्रियाओं का उल्लंघन होता है, और समाज में न्याय और समानता की कमी होती है। इस प्रकार की नीच शासन-व्यवस्था के खिलाफ लड़ना हमारी जिम्मेदारी है, और हमें इसे सुधारने के लिए साझा मिलकर काम करना होगा।
(ख) चाचा जी नष्ट हो जाना ……………………’सहस्र भुजाओं की सखियाँ हैं।
Answer:
आशय- लाल अपने चाचा को सरकार के खिलाफ खड़े होने की महत्वपूर्ण बात बताते हैं। उनका मानना है कि संसार में विकास और प्रगति के लिए समस्याओं और विघ्नों का सामना करना ही स्वाभाविक है। वे यह भी मानते हैं कि भगवान हमें समर्थन और साहस देते हैं जब हम सच्चाई और न्याय के लिए उतरते हैं। इसका मतलब है कि हमें डर को पार करके अपने लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए काम करना चाहिए, और हमारे कर्मों के पीछे हमें भगवान का साथ मिलेगा, जिससे हम सफलता प्राप्त कर सकें। यह एक गहरा संदेश है कि संघर्ष और मेहनत हमें सफलता की ऊँचाइयों तक पहुँचा सकते हैं।
योग्यता- विस्तार
1. पुलिस के साथ दोस्ती की जानी चाहिए या नहीं? अपनी राय लिखिए।
Answer:
पुलिस के साथ दोस्ती की जानी चाहिए या नहीं, यह एक समझदारी और सावधानी वाले प्रश्न पर निर्भर करता है। पुलिस हमारे समाज में कानून और नियमों का पालन करने के लिए जिम्मेदार होती है, और हमारे सुरक्षा और न्याय की सुनिश्चिति करती है। अगर हम पुलिस के साथ सहमति और सहयोग बनाते हैं, तो यह समाज में कुशहाली और सुरक्षा की दिशा में मददगार साबित हो सकता है।
हालांकि, हमें अपने अधिकारों का सही तरीके से पालन करने का भी अधिकार है, और अगर हमारे साथ किसी पुलिसकर्मी का दुरुपयोग होता है, तो हमें उसके खिलाफ कदम उठाने का अधिकार है। इसलिए, हमें सावधानी बरतनी चाहिए और अपने अधिकारों की रक्षा करनी चाहिए।
संक्षेप में, हमें पुलिस के साथ आच्छादन की बजाय सहमति और सहयोग की ओर बढ़ना चाहिए, लेकिन हमें अपने अधिकारों की सुरक्षा के लिए भी संवेदनशील रहना चाहिए।
2. लाल और उसके साथियों से आपको क्या प्रेरणा मिलती है?
Answer:
लाल और उसके साथी हमें यह सिखाते हैं कि हमें निरकुंश शासन के खिलाफ उत्तेजना और साहस दिखाना चाहिए। जब एक राष्ट्र अपने नागरिकों के हितों के बजाय उनके अहित का समर्थन करने लगता है, तो हमारी जिम्मेदारी बन जाती है कि हम उसके खिलाफ उठें। इसके साथ ही, कभी-कभी हमें अपने देश के लिए अपने जीवन का बलिदान देने की तैयारी भी करनी पड़ सकती है, और हमें इससे हिचकिचाने का कोई कारण नहीं होना चाहिए।
3. ‘उसकी माँ’ के आधार पर अपनी माँ के बारे में एक कहानी लिखिए।
Answer:
कहानी मेरी माँ के बारे में :-
यह कहानी एक छोटे से गाँव की है, जहां की एक सामान्य सी परिवार की छोटी सी लड़की थी, जिनका नाम अनीता था। अनीता का परिवार बहुत ही गरीब था, लेकिन उनकी माँ, जिनका नाम सुमित्रा था, एक अद्भुत महिला थी।
सुमित्रा माँ का दिल बड़ा ही महान था। वे छोटी छोटी मुश्किलों का सामना करने में बड़ी मेहनती थीं और कभी भी हार नहीं मानती थीं। वे बच्चों को सिखाती कि कभी भी असफलता मिल सकती है, लेकिन असफलता से हार नहीं माननी चाहिए।
एक दिन, अनीता बहुत ही दुखी थी क्योंकि उसके पास विद्यालय के लिए किताबें नहीं थीं। वह अपनी माँ से बोली, “माँ, मैं विद्यालय नहीं जा पाऊंगी क्योंकि मेरे पास किताबें नहीं हैं।” सुमित्रा माँ ने बेहद स्नेह से उसकी कानों में बोला, “बेटा, कुछ नहीं बच्चा, हम कुछ करेंगे।” फिर सुमित्रा माँ ने अपनी छोटी सी खेती से कुछ अनाज कटवाया और वह अनाज बेचकर अनीता की किताबें खरीदने के लिए पैसे इकट्ठा करने लगीं। उनकी मेहनत और संघर्ष ने उन्हें अपनी लक्ष्य की ओर बढ़ने का साहस दिलाया और अनीता को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में सफलता मिली।
इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि माँ हमें जीवन के हर मोड़ पर सहारा देती हैं और हमें किसी भी मुश्किल से निराश नहीं होने देती। माँ का प्यार और संघर्ष हमें अपने लक्ष्यों की प्राप्ति में मदद करता है और हमें आत्मविश्वास दिलाता है कि हम किसी भी मुश्किल को पार कर सकते हैं। सुमित्रा माँ जैसी माँ का साथ हमें हमेशा सहारा और प्यार मिलता है, और उनका आशीर्वाद हमें जीवन में सफलता की ओर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है।