NCERT Solutions for Class 9 Hindi Sparsh Chapter 7 रहीम के दोहे प्रश्न और उत्तर

NCERT Solutions for Class 9 Hindi Chapter 7 रहीम की दोहे

NCERT Solutions for Class 9 Hindi Sparsh Chapter 7 Rahim ke Dohe Questions and Answers

रहीम के दोहे – प्रश्न-अभ्यास

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए :-

(क) प्रेम का धागा टूटने पर पहले की भाँति क्यों नहीं हो पाता?

उत्तर:  प्रेम का धागा टूटने पर पहले की भाँति  इसलिए नहीं जुड़ पाता क्योंकि, प्रेम आपसी लगाव, आकर्षण और विश्वास के कारण होता है। यदि एक बार यह लगाव और विश्वास टूट जाए तो उसमें पहले जैसा भाव नहीं रहता। अगर हम उसे जोड़ते हैं तो उसमें गांठ बन जाती है और वह पहले के जैसे जुड़ नहीं पाता। प्रेम के धागे में संदेह की दरार हो जाती है।

(ख) हमें अपना दु:ख दूसरों पर क्यों नहीं प्रकट करना चाहिए? अपने मन की व्यथा दूसरों से कहने पर उनका व्यवहार कैसा हो जाता है?

उत्तर:  हमें अपना दु:ख दूसरों पर प्रकट इसलिए नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे कुछ लाभ नहीं होता उल्टा अपने मन का व्यवस्था दूसरों से कहने पर उनका व्यवहार यह होता है, कि वह हमारा मजाक उड़ाने लगते हैं।

(ग) रहीम ने सागर की अपेक्षा पंक जल को धन्य क्यों कहा है?

उत्तर: रहीम ने सागर की अपेक्षा पंक जल को धन्य इसीलिए कहा है क्योंकि सागर पानी से लबालब भरा होने के बावजूद उसके जल को कोई पी भी नहीं पाता क्योंकि वह खारा होता है। लेकिन पंक जल छोटा होने के बावजूद भी जीव-जंतु, पेड़-पौधे तथा लोगों की प्यास को बुझा देता है।

(घ) एक को साधने से सब कैसे सध जाता है?

उत्तर: एक को साधने से सब सध इसलिए जाते हैं जो क्योंकि सभी यह मानते हैं कि ईश्वर एक है। हमें उस एक ईश्वर का ध्यान करना चाहिए। अगर हम एक ईश्वर का ध्यान करते हैं, तो हमारे सारे काम सफल हो जाते हैं। वह व्यक्ति लालच पूर्ण विचारों का त्याग कर संयम एवं नियम से सबसे महत्वपूर्ण कार्य को करने लगेगा। और उस कार्य में सफलता के बाद उसे क्रम से अन्य कार्यों में भी सफलताएं मिलने लगेंगी। इसलिए हम एक को साधेंगे तो सब सध जाएंगे।

(ङ) जलहीन कमल की रक्षा सूर्य भी क्यों नहीं कर पाता?

उत्तर: जलहीन कमल के रक्षा सूर्य भी इसीलिए नहीं करते क्योंकि उनके पास वह सामर्थ्य नहीं होता। सूर्य कमल का पोषण करता है। परंतु पानी नहीं होता तो कमल सूख जाता है, क्योंकि कमल को पुष्पित होने के लिए जल की आवश्यकता होती है। जल के ना रहने पर सूर्य भी उसकी सहायता नहीं कर सकता है।

(च) अवध नरेश को चित्रकूट क्यों जाना पड़ा?

उत्तर: अवध नरेश (श्री राम) को चित्रकूट इसलिए जाना क्योंकि उन्हें अपने माता पिता की आज्ञा का पालन करने के लिए 14 वर्षों का वनवास भोगना था।।

(छ) ‘नट’ किस कला में सिद्ध होने के कारण ऊपर चढ़ जाता है?

उत्तर: कुंडली मारने की कला मे ‘नट’ सिद्ध होने के कारण ऊपर चढ़  जाता है।

(ज) ‘मोती, मानुष, चून’ के संदर्भ में पानी के महत्त्व को स्पष्ट कीजिए।

उत्तर:  ‘मोती’ के संदर्भ मे पानी का अर्थ है ‘चमक’। इसके बिना मोती का कोई मूल्य नहीं है। ‘मनुष्य’ के संदर्भ में ‘पानी’ का अर्थ है ‘सम्मान’ तथा ‘चुन’ के संदर्भ में पानी का अर्थ है ‘अस्तित्व’। मनुष्य के संदर्भ में पानी का अर्थ सम्मान से इसलिए है क्योंकि अगर मनुष्य को जीवन में सम्मान न मिले तो उसका जीवन व्यर्थ हो जाता है जैसे पानी के बिना आटा नहीं बेला जा सकता। आटे और चूने को पानी की आवश्यकता होती है।

2. निम्नलिखित का भाव स्पष्ट कीजिए:

(क) टूटे से फिर ना मिले, मिले गाँठ परि जाय।

उत्तर: ‘टूटे से फिर ना मिले, मिले गाँठ परि जाय’ :  इस पंक्ति का भाव यह है कि जैसे जब कोई धागा एक बार टूट जाता है तो फिर उसे जोड़ा बिल्कुल भी नहीं जा सकता। जोड़ने की कोशिश में उस धागे में गाँठ पड़ जाती है।  ठीक उसी प्रकार रिश्ता जब एक बार टूट जाता है तो फिर उस रिश्ते को दोबारा जोड़ा नहीं जा सकता।

(ख) सुनि अठिलैहैं लोग सब, बाँटि न लैहैं कोय।

उत्तर: ‘सुनि अठिलैहैं लोग सब, बाँटि न लैहैं कोय’ :  इस पंक्ति का यह भाव है कि जैसे अपने दर्द को दूसरों से छुपा कर ही रखना चाहिए क्योंकि जब आपका दर्द किसी अन्य को पता चलता है तो लोग उसका मजाक ही उड़ाते हैं, परंतु कोई भी आपके दर्द को बाँट नहीं सकता।

(ग) रहिमन मूलहिं सींचिबो, फूलै फलै अघाय।

उत्तर: ‘रहिमन मूलहिं सींचिबो, फूलै फलै अघाय’ :  इस पंक्ति का यह भाव है कि हमें एक बार में कोई एक कार्य ही करना चाहिए क्योंकि जब एक काम को पूरा करते हैं तो उससे संबंधित कई काम अपने आप पूरे हो जाते हैं। यदि एक ही साथ आप कई लक्ष्य को प्राप्त करने की कोशिश करेंगे तो कुछ भी हाथ नहीं आता सब उल्टा पुल्टा हो जाता हैं। यह वैसे ही है जैसे जड़ में पानी डालने से ही किसी पौधे में फूल और फल आते हैं।

(घ) दीरघ दोहा अरथ के, आखर थोरे आहिं।

उत्तर: ‘दीरघ दोहा अरथ के, आखर थोरे आहिं’ :  इस पंक्ति का यह भाव है कि किसी भी दोहे में कम शब्दों में ही बहुत बड़ा अर्थ छिपा होता है और यह वैसे ही होता है जैसे नट की कुंडली होती है।

(ङ) नाद रीझि तन देत मृग, नर धन हेत समेत।

उत्तर: ‘नाद रीझि तन देत मृग, नर धन हेत समेत’ : इस पंक्ति का यह भाव है कि जैसे हिरण किसी के संगीत से खुश होकर अपना शरीर तक न्योछावर कर देता है। इसी तरह से कुछ लोग दूसरे के प्रेम से खुश होकर अपना सब कुछ दे देते हैं।

(च) जहाँ काम आवे सुई, कहा करे तरवारि।

उत्तर: ‘जहाँ काम आवे सुई, कहा करे तरवारि’ : इस पंक्ति का यह भाव है कि जहाँ छोटी चीज की जरूरत होती है वहाँ पर बड़ी चीज बेकार हो जाती है। अगर हम किसी का उदाहरण ले तो जहां सुई की जरूरत होती है वहां तलवार कहां काम आती है।

(छ) पानी गए न ऊबरै, मोती मानुष चून।

उत्तर: ‘पानी गए न ऊबरै, मोती मानुष चून’ : इस पंक्ति का यह भाव है कि बिना पानी के बिना न तो मोती बनता है, न चूना और पानी के बिना मनुष्य जीवन भी बहुत मुश्किल हो जाता है और सोचना भी असंभव है।

3. निम्नलिखित भाव को पाठ में किन पंक्तियों द्वारा अभिव्यक्त किया गया है:

(क) जिस पर विपदा पड़ती है वही इस देश में आता है।

उत्तर: जा पर बिपदा पड़त है, सो आवत यह देस।

(ख) कोई लाख कोशिश करे पर बिगड़ी बात फिर बन नहीं सकती।

उत्तर: बिगरी बात बनै नहीं, लाख करौ किन कोय।

(ग) पानी के बिना सब सूना है अत: पानी अवश्य रखना चाहिए।

उत्तर: रहिमन पानी राखिए, बिनु पानी सब सून।

4. उदाहरण के आधार पर पाठ में आए निम्नलिखित शब्दों के प्रचलित रूप लिखिए:

उत्तर:

ज्योंजैसे
कछु कुछ
नहिंनहीं
कोयकोई
धनिधन्य
आखरअक्षर
जियहृदय
थोरेेथोड़े
होयहोना
माखन मक्खन
तरवारितलवार
सींचिबो सींचना
मूलहिंमूल, जड
पिअतपीना
पिआसोप्यासा
बिगरी बिगड़ी
आवेआए, आना
सहायसहायता
ऊबरैउबरना
बिनु बिना
बिथाव्यथा
अठिलैहैंमजाक उड़ाना
परिजायपड़ जाना

योग्यता-विस्तार

प्रश्न 1. ‘सुई की जगह तलवार काम नहीं आती’ तथा ‘बिन पानी सब सून’ इस विषय पर कक्षा में परिचर्चा आयोजित कीजिए।

उत्तर: इसे छात्र स्वयं करें।

प्रश्न 2. ‘ किस राज्य में स्थित है, जानकारी प्राप्त कीजिए।

उत्तर: चित्रकूट उत्तर प्रदेश के बांदा जनपद में स्थित है।

रहीम के दोहे Online MCQ Class 9

More Articles

रहीम के दोहे अर्थ Class 9

4 thoughts on “NCERT Solutions for Class 9 Hindi Sparsh Chapter 7 रहीम के दोहे प्रश्न और उत्तर”

Leave a Reply