NCERT Solutions for Class 9 Hindi Sanchayan Chapter 4 हामिद खां प्रश्न और उत्तर

Welcome to the enriching world of NCERT Solutions for Class 9 Hindi Sanchayan Chapter 5: “हामिद खाँ” (Hamid Khan). As you embark on this literary journey, let’s explore the significance and beauty of this chapter. These solutions are an integral part of the NCERT curriculum for Class 9 Hindi, thoughtfully designed to enhance your understanding and appreciation of this inspiring story.

NCERT Solutions for Class 9 Hindi Sanchayan Hamid Khan Questions and Answers Class 9

प्रश्न 1. लेखक का परिचय हामिद खान से किन परिस्थितियों में हुआ?

उत्तर: लेखक तकसीला के खंडहर देखने के लिए पाकिस्तान आया था। जब लेखक रेलवे स्टेशन से करीब पौन मील की दूरी पर बसे एक गांव की ओर निकला। उस दिन कड़कड़ाती धूप, भूख और प्यास के मारे उसका बुरा हाल था। काफी देर के बाद अचानक एक दुकान नजर आई जहां चपाती या से की जा रही थी। वह हामिद खान का होटल था और वही उनका आपस में परिचय हुआ।

प्रश्न 2. ‘काश मैं आपके मुल्क में आकर यह सब अपनी आंखों से देख सकता।’ -हामिद ने ऐसा क्यों कहा?

उत्तर: हामिद ने ऐसा इसलिए कहा, क्योंकि वहां मुसलमानों को आतताइयों (अत्याचार करने वाले) की औलाद समझा जाता था। वहां सांप्रदायिक सौहार्द्र की कमी के कारण आए दिन मुस्लिम- हिंदू के बीच दंगे होते रहते थे। और वही भारत में सभी धर्मों के लोग मिल जुल कर रहते थे और एक दूसरे की मदद करते थे। इस बात पर विश्वास करना हामिद के लिए कठिन था। इस कारण हामिद ने कहा कि काश मैं आपके मुल्क में जाकर यह सब अपनी आंखों से देख सकता।

प्रश्न 3. हामिद को लेखक की किन बातों पर विश्वास नहीं हो रहा था?

उत्तर: अमित को लेखक की भेदभाव रहित बातों पर विश्वास नहीं हुआ। जब लेखक ने अमित को बताया कि भारत में हिंदू मुस्लिम बड़े ही प्रेम से रहते हैं और वहां के हिंदू बढ़िया चाय या पुलावों का स्वाद लेने के लिए मुसलमानी होटल में ही जाते हैं। लेकिन पाकिस्तान में ऐसा संभव नहीं था क्योंकि वहां की मुस्लिम हिंदुओं पर अत्याचार करते थे और हिंदू उनसे घृणा करते थे।

प्रश्न 4. हामिद खान ने खाने का पैसा लेने से इंकार क्यों किया?

उत्तर: हामिद खान ने खाने के पैसे लेने से इंकार इसलिए किया क्योंकि वह लेखक पाकिस्तान में भारत से गया एक मेहमान मान रहा था। और वह लेखक की मेहमाननवाजी करके ‘अतिथि देवो भव:’ की परंपरा का निर्वाह करना चाहता था। वह मुसलमानों से नफरत नहीं करता था इसी कारण मुसलमानों के ढाबे में खाना खाने चला गया था। लेखक की इन सब खूबियों को देख कर वह उनसे पैसे ना लेने के लिए मजबूर हो गया।

प्रश्न 5. मालाबार में हिंदू-मुसलमानों के परस्पर संबंधों को अपने शब्दों में लिखिए?

उत्तर: लेखक मालाबार का ही रहने वाला था। इस कहानी में उनके द्वारा बताए गए बिंदुओं से हमें पता चलता है कि मालाबार में हिंदू-मुसलमानों के आपसे संबंध बहुत घनिष्ठ थे। वे आपस में मिल जुल कर रहते थे और कोई भेदभाव नहीं करते थे। वहां के हिंदू मुसलमानों के होटल में खानपान करते थे और भारत में मुसलमानों द्वारा बनाई गई पहली मस्जिद भी उन्हीं के राज्य में है। और वहां सांप्रदायिक दंगे बहुत कम होते हैं।

प्रश्न 6. तक्षशिला में आगजनी की खबर पढ़कर लेखक के मन में कौन-सा विचार कौंधा? इससे लेखक के स्वभाव की किस विशेषता का परिचय मिलता है?

उत्तर: तक्षशिला में आगजनी की खबर सुनकर लेखक के मन में हामिद खान और उसकी दुकान के लिए यह विचार कौंधा, कि कहीं उसकी दुकान भी आगजनी का शिकार तो ना हो गई हो। और वह हामिद की सलामती के लिए भगवान से प्रार्थना करने लगा कि ‘हे भगवान मेरे हामिद को कुछ ना हुआ हो’।

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